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अध्याय - 34 स्टेशनों पर विभिन्न उपकरण

एनीमोमीटर
  • यह एक वायु दाब मापक यंत्र है जिसे उन स्टेशनों पर लगाया जाता है जहाँ अक्सर तेज हवाएं चलती है या ब्लाॅक सेक्शन मे  जहाँ बडे  पुल हों और वहाँ हवाएं तेज चलती है।
  • स्टेशन मास्टर की ड्यूटी है कि स्टेशन संचालन नियम के अनुसार लाइन क्लीयर देने या प्राप्त करने से पूर्व एनीमोमीटर को देखकर सुनिश्चित कर ले कि यह यंत्र खतरे की स्थिति को नहीं बता रहा है। यदि सुई खतरे का संकेत दे रही हो तो ब्लाॅक सेक्शन मे  कोई गाड़ी न भेजी जाए। इसके साथ-साथ दूसरे सिरे के स्टेशन मास्टर केा तथा सेक्शन कन्ट्रोलर को भी सूचित किया जाए। यदि गाड़ी स्टेशन पर खड़ी हो तो उसे सुरक्षित कर दिया जाए व सवारी गाड़ी हो तो उसके सभी डिब्बों के खिड़की व दरवाजे खुलवा दिए जाएं।
क्लच री-सेटिंग लीवर
  • जहाँ डबल वायर सिस्टम से चलने वाले लीवर लगे हों वहाँ पाॅइन्ट मे  रुकावट आ जाने से या अन्य किसी खराबी के कारण जब पाॅइन्ट सही नहीं लगा हो तो पाॅइन्ट का लीवर डी-क्लच हो जाता है, इसे पुनः री-सेट करने के लिए स्टेशन पर एक क्लच री-सेटिंग लीवर रखा जाता है।
  • इसे सेक्शन इंजीनियर (सिगनल) द्वारा सील करके बन्द रखा जाता है तथा इसका लाॅक केबिन की चाबी द्वारा ही खुलता है अर्थात केबिन की चाबी लगाकर क्लच री-सेटिंग लीवर बाहर निकालने पर केबिन से सिगनल लीवर का प्रचालन नहीं किया जा सकता है जब तक कि पुनः केबिन की चाबी वहाँ न लगाई जाए।
  • जब कभी लीवर डी-क्लच हो जाए व क्लच री-सेटिंग लीवर का उपयोग करना हो तो स्टेशन मास्टर पहले रजिस्टर मे  प्रविष्टि करेगा कि किस दिन, किन गाड़ी के लिए, कौन सा लीवर किस समय डी-क्लच हुआ। इसके उपरान्त केबिन से चाबी लाकर क्लच री-सेटिंग लीवर का उपयोग कर लीवर क्लच को पुनः री-सेट करने के बाद क्लच री-सेटिंग लीवर को पुनः अपने स्थान पर लगा व तालित कर स्टेशन मास्टर द्वारा सील कर दिया जाएगा व सेक्शन इंजीनियर (सिगनल) को पूर्ण विवरण सहित संदेश दिया जाएगा, जो आकर इसे पुनः सील कर देगा।
क्रेंक हैंडल
  • विद्युत मोटर से चलने वाले पाॅइन्ट विद्युत सप्लाई चले जाने या मोटर की खराबी के कारण न चलाए जा सकें तो उन्हें मैनुअली चलाने के लिए इस हैंडल का उपयोग किया जाता है। इसे स्टेशन मास्टर कार्यालय में काँच के बक्से में रखा जाता है।
  • पाॅइन्ट की मोटर में क्रेंक हैंडल को लगाने के लिए एक स्थान बना होता है जो फ्लैप द्वारा बन्द होता है जिसे खोलने के लिए एक चाबी की आवश्यकता होती है जो स्टेशन मास्टर कार्यालय मे  क्रेक हैंडल के साथ ही बँधी रहती है।
  • जब पाॅइन्ट को मैनुअली चलाना हो तो स्टेशन मास्टर क्रेंक हैंडल, उसके साथ बँधी चाबी और पैनल/आर.आर.आई. से  चाबी जो पाॅइन्ट मोटर की विद्युत सप्लाई कट (बन्द) करने का कार्य करती है, लेकर पाॅइन्ट तक जाएगा व सक्षम रेल कर्मचारी की मदद से पाॅइन्ट को आवश्यकतानुसार दिशा मे  सेट करवाएगा। इसे सेट होना तब माना जाएगा जब आखिर मे  एक कट की आवाज सुनाई दे। मैनुअली सेट किए गए पाॅइन्ट को क्लैम्प करना आवश्यक है चाहे वो फेसिंग पाॅइन्ट हो या ट्रेलिंग।
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