कंट्रोल चार्ट & विभिन्न यार्ड, स्टेशन तथा शैड को नियंत्रक द्वारा निर्देशित करना :-
1. सभी स्टेशनों को एक साथ बुलाने की व्यवस्था इस प्रणाली द्वारा सम्भव है।
2. नियंत्रित खंड में उन स्टेशनों के ले-आउट नियंत्रक के सामने लगाये जाते है जिससे कि नियंत्रक परिस्थिति के अनुसार निर्णय ले सके।
3. गाड़ियों के प्रकार एवं इंजनों के प्रकार के अनुसार नियंत्रक द्वारा विभिन्न रंग की पेसिल से चार्टिंग किया जाता है जिससे कि उप-नियंत्रक, मुख नियंत्रक एवं अन्य परिचालन अधिकारियों का ध्यान आसानी से जा सकता है।
4. कंट्रोलर का कंट्रोल चार्ट समय तथा ड्यूटी के अनुसार बनाया जाता है। ऊपर से नीचे स्टेशनों के नाम, दूरी तथा मुख्यालय से दूरी होती है। बांये से दांये समय को 10-10 मिनट, 2-2 मिनट एवं घंटों द्वारा दर्शाया जाता है। अर्थात 60 मिनट को 6 भागों में 10 मिनट के अनुसार और एक भाग को 5 भागों में 2 मिनट के अनुसार बाँटा जाता है।
5. कंट्रोल चार्ट में निमलिखित जानकारी होती है :-
(i) सेक्शन की कुल दूरी किलामीटर में
(ii) सेक्शन के प्रत्येक स्टेशन की दूरी किलोमीटर में
(iii) प्रत्येक कार्य में मौसम की स्थिति
(iv) सेक्शन में इंजीनियरिंग गति प्रतिबंध
(v) स्टेशन के कोड
(vi) लोको ट्रैफिक या अन्य कारणों से स्टेशना पर या स्टेशनोंके बीच खोया गया समय
(vii) सेक्शन कंट्रोलर के रिमार्क
(viii) विशेष कथन
(ix) नियंत्रक के हस्ताक्षर, दिनांक एवं ड्यूटी के अनुसार
विभिन्न गाड़ियों की चार्टिंग निमलिखित रंगों की पेसिल का उपयोग करके किया जायेगा :
1. लाल : सभी सुपरफास्ट और मेल एक्सप्रैस गाड़ियां तथा ART/ARME.
2. नीली : सभी सवारी गाड़ियां, मिलिटरी स्पेशल गाड़ियां तथा मिलीनियम स्पेशल गाड़ियां।
3. हरी : विद्युत इंजन के साथ एअर ब्रेक की मालगाड़ियां।
4. गुलावी : डीजल इंजन व डीजल इंजन के साथ चलो वाली वैक्यूम ब्रेक की मालगाड़ियां।
5. काली : विद्युत इंजन के साथ चलो वाली वैक्युम ब्रेक की मालगाड़ियां। सामग्री गाड़िया, मैंटेनेंसे मशीन, टावर वैगन तथा इंजीनियरिंग विभाग की अन्य गाडी
रिमार्क :
1. स्टेबल लोड को लाल रंग, सतर्कता आदेश को लाल रंग, इंजीनियरिंग तथा यातायात ब्लॉक को लाल रंग, इंटरचेंज T/O को हरा रंग तथा इंटरचेंज H/O को लाल रंग की पेंसिल से ही दिखाया जायेगा।
2. सभी अप गाड़ियों की प्लाटिंग चार्ट नीचे से ऊपर की ओर तथा सभी डाउन गाड़ियों की फ्लोटिंग चार्ट ऊपर से नीचे की ओर करना चाहिए। सही क्रॉसिंग और अग्रता के लिए यह जरूरी है कि WTT को ध्यान में रखते हुए कम से कम दो घंटे पहले आसानी से मिटाये जाने वाली गाड़ियों की स्थिति को एडवांस प्लाटिंग कर लिया जाता है।
3. प्रत्येक गाड़ी के लिए चार्ट पर आऊट रिपोर्ट की जानकारी में इंजन क्रमांक, लोको पायलट, एवं गार्ड का नाम SOD के साथ, कुल लोड भार के साथ, तथा बी.पी.सी. का विवरण आवश्यक रूप से लिखा जाना चाहिए।
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