लोड स्टेबल करना
- रनिंग लाइन या स्काॅच ब्लाॅक के बाहर या साइडिंग के ट्रेप पाॅइन्ट के बाहर डिब्बो को लोडिंग या अनलोडिंग के लिए नहीं रखा जाना चाहिए तथा साथ ही इस संबंध मे स्टेशन संचालन नियम का भी पालन किया जाना चाहिए।
- सामान्यतया किसी गाड़ी को रनिंग लाइन पर स्टेबल नहीं किया जाना चाहिए। जब ऐसा करना आवश्यक हो तो निम्नलिखित कार्यवाही की जानी चाहिए -
- कन्ट्रोलर की अनुमति प्राप्त करनी चाहिए।
- जिस लाइन पर डिब्बो या गाड़ी को रखा गया है, पाॅइन्ट उसके विपरीत दिशा मे सेट करके लाॅक कर दिया जाना चाहिए।
- इन्टरलाॅक्ड स्टेशन पर पाॅइन्टो और सिगनलों के लीवरो , बटन व स्लाइडों पर स्टाॅप काॅलर रखी जानी चाहिए।
- ऐसी लाइन के सिगनल आॅन पोजीशन मे है इसे सुनिश्चित करना चाहिए तथा स्टेशन मास्टर संबंधित केबिन से लाइन अवरुद्ध होने की सूचना के आश्वासन के रूप मे प्राइवेट नम्बर प्राप्त करेगा।
- यदि स्टेशन पर गाड़ी आने के बाद स्टेशन की सभी लाइने ब्लाॅक हो गई हैं और अन्य किसी गाड़ी को लाइन क्लीयर दिया गया है तो पाॅइन्टो को उस लाइन के लिए सेट करके रखा जाएगा, जिसमें दुर्घटना होने पर कम से कम नुकसान होने की संभावना हो अर्थात सभी लाइने सवारी गाड़ियों द्वारा अवरुद्ध है तो पाॅइन्ट को उस लूप लाइन के लिए सेट करके रखा जाना चाहिए जिसमे आने वाली गाड़ी के लिए इंजन सामने की ओर पड़ता हो ताकि आने वाली गाड़ी की गति कम होने की वजह से कम से कम नुकसान हो।
- लोको पायलट व गार्ड को भी लोड स्टेबल करते समय सुनिश्चित करना चाहिए कि जिस लाइन पर लोड स्टेबल किया जा रहा है, पाॅइन्टों को उसके विरूद्ध लगा दिया गया है। उस गाड़ी के आवश्यक मात्रा मे हैड ब्र ेक लगा दिए गए हैं तथा गार्ड द्वारा अपने ब्रेकवान के हैंड ब्रेक बाँध दिए गए हैं। स्टेशन मास्टर को लोड की व्हीकल गाइडंस तथा ब्रेक पावर प्रमाण पत्र सौंप दिए गए हैं, जिसे स्टेशन मास्टर द्वारा संभालकर रखा जाएगा व लोड क्लीयर करते समय लोको पायलट व गार्ड को सौंपे जाएं गे।
- स्टेशन मास्टर लोड की सुरक्षा हेतु हाथ ताले सहित संरक्षा जंजीर बँधवाएगा, लकड़ी के गुटकों का इस्तेमाल करेगा। रोलर बियरिंग वाले डिब्बों को स्टेबल करते समय सुनिश्चित करना चाहिए कि कम से कम दो संरक्षा जंजीर बँधवाकर हाथ ताला लगा दिए गए हैं। डिब्बो के आवश्यक मात्रा में हैंड ब्रेक बाँध दिए गए हैं। यदि पूरा रेक जलचम वैगन का हो तो आगे व पीछे कम से कम 6 वैगनो के हैंड ब्रेक लगवा दिए गए हैं।
- स्टेशन मास्टर इस बात को भी सुनिश्चित करेगा कि स्टेबल लोड पास वाली लाइन को फाउल नहीं कर रहा हो। यदि फाउल करता हो तो दोनो लाइनो के सिगनलों के लीवर या बटनों पर स्टाॅप काॅलर लगवाए जाएंगे। रात के समय दोनो तरफ लाल बत्ती का प्रबन्ध किया जाएगा।
- स्टेशन मास्टर स्टेशन पर स्टेबल किए गए लोड की प्रविष्टि लाल स्याही से गाड़ी सिगनल रजिस्टर, स्टेबल लोड रजिस्टर तथा स्टेशन डायरी में भी करेगा।
स्टेबल लोड क्लीयर करना
- लोड क्लीयर करते समय आने वाले इंजन के लोको पायलट व गार्ड केा स्टेशन मास्टर द्वारा लोड क्लीयर करने की सूचना दी जाएगी।
- सक्षम रेल कर्मचारी संरक्षा जंजीर खोलने व लकड़ी के गुटके हटाने के बाद इंजन को स्टेबल लोड वाली लाइन पर ले जाकर सावधानीपूर्वक लोड से जोड़ देगा। आवश्यक मात्रा मे ब्रेक प्रेशर आ जाने पर गाड़ी के ब्रेक लगाकर हैंड ब्रेक खोल दिए जाएंगे। जहाँ आवश्यक हो संयुक्त रूप से गाड़ी के ब्रेकपावर की जाँच लोको पायलट व गार्ड द्वारा की जानी चाहिए व फिर कन्टीन्यूटी टेस्ट किया जाएगा।
- जब गाड़ी तैयार हो जाएगी तो स्टेशन मास्टर द्वारा लोको पायलट व गार्ड को गाड़ी से संबंधित सभी प्रपत्र सौंप दिए जाएंगे, सतर्कता आदेश नया बनाकर दिया जाएगा व फिर नियमानुसार गाड़ी को रवाना किया जाएगा।
- स्टेशन मास्टर गाड़ी सिगनल रजिस्टर, स्टेबल लोड रजिस्टर व स्टेशन डायरी में समय लिखते हुए स्टेबल लोड क्लीयर होने की प्रविष्टि करेगा।
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